सरदार पटेल जयंती निबंध, कविता, नारे, स्पीच आज देशभर में बड़ी ही धूम-धाम के साथ लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई जा रही है| सरदार पटेल का भारत ने निर्माण में अहम योगदान रहा है| उन्हें भारत की एकता का सूत्रधार कहना गलत नहीं होगा| एक सरदार पटेल ही थे जिनकी बदौतलत देश की 500 से अधिक रियासतें भारत में विलय के लिए राजी हुई| सरदार पटेल की जयंती निबंध, कविता, नारे, स्लोगन, पोस्टर, स्पीच नीचे शेयर किये जा रहे है| सरदार पटेल का योगदान भारत के निर्माण में कैसा था| स्कूल, कॉलेज और प्रतियोगी परीक्षा में सरदार पटेल के बारे में निबंध और कई कार्यक्रम में स्पीच भी दी जाती रही है| ये पोस्ट सरदार पटेल के बारे में जानने में पूरी मदद करेगी|
सरदार पटेल जयंती निबंध
सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है| राष्ट्रिय एकता से तात्पर्य देश की एकता से है और सरदार पटेल जी ने 500 से अधिक देसी रियासतों को एकता के एक सूत्र में बांधने का काम किया था और आज उनकी बदौतलत ही भारत में आज ये सभी रियासतें मिली| सरदार पटेल जी से हम सभी को काफी कुछ सीखने को मिलता है| उन्होंने वो काम कर करके दिखाया है जो लगभग असंभव था| अलग भाषा, अलग रीति-रिवाज, अलग पहनावे, अलग सोच वाली रियासतों को भारत में विलय के लिए राजी करना कोई छोटी बात नहीं है|
सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती 2018 मैसेज, SMS, कोट्स, स्टेटस, इमेज
सरदार पटेल जयंती कविता
देश भक्ति थी जिसके रग में.
सबल बने, भारत इस जग में.
एकीकरण के स्वप्न को जिसने.
यथार्थ में बदल दिया, भुजबल से.
भारत के सरदार देश के लाल
शत- शत नमन तुम्हे है !!
नडियाद के वीर, भारतरत्न.
बारडोली सत्याग्रह के सरदार.
जिसके समक्ष हरा निज़ाम.
जिसके समक्ष हरा निज़ाम.
आताताइयों का झूठा स्वाभिमान.
भारत के सरदार देश के लाल
शत- शत नमन तुम्हे है !!
कर्मवीर, धर्मवीर, कूटनीति.
निर्भीक,सरल, सहेज वेशभूषा.
दूरदर्शिता, मानवता के हिमायती.
अहिंसा,क्रांति, आज़ादी के सेनानी.
भारत के सरदार देश के लाल
शत- शत नमन तुम्हे है |
सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती स्पीच
आज सरदार वल्ल्भा भाई पटेल की जयंती है| इस अवसर पर देश के अलग-अलग हिस्सों में कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है| इन कार्यक्रमों का उद्देश्य भावी पीढ़ी को सरदार पटेल के देश निर्माण में योगदान के बारे बताना है| राजनेता सरदार पटेल जयंती पर बड़े-बड़े भाषण देते ताकि लोगों तक सरदार पटेल जी कार्य और उनके देश की आजादी में दिए योगदान और उनके विचारों पर चलने के लिए प्रेरित भी किया जाता है|
सरदार पटेल जयंती नारे
अविश्वास भय का कारण होता है|
जो लोग तलवार चलाना जानने के बाद भी अपनी तलवार को म्यान में रखते है उसे ही सही अर्थो में सच्ची अहिंसा कहते है |
जबतक हमारा अंतिम ध्येय प्राप्त न हो तब तक हमे कष्ट सहने की शक्ति हमारे अंदर आती रहे यही हमारी सच्ची विजय है |
बोलते समय कभी भी मर्यादा का साथ नही छोड़ना चाहिए, गालिया देना तो बुजदिलो की निशानी है |
अब हमे उचनीच, अमीर-गरीब और जाति प्रथा के भेदभावो को समाप्त कर देना चाहिए |
हमारे देश में अनेक धर्म, अनेक भाषाए भी है लेकिन हमारी संस्कृति एक ही है |